बुधवार, 22 फ़रवरी 2012

बजट सत्र के[२००१२] दूसरे दिन ..कल्पना परुलेकर की गिरफ्तारी का मामला और विशेषाधिकार पर जम कर हंगामा

मध्य प्रदेश विधान सभा के बजट सत्र के दूसरे दिन विधान सभा की कार्रवाई शुरू होने के बाद अध्यक्ष इश्वर दास रोहानी ने जैसे ही प्रश्न काल शुरू करने की अनुमति दी वैसे ही कांग्रेस विधायक प्रति पक्ष राकेश सिंह चौधरी ने कल्पना परुलेकर की गिरफ्तारी को विषेशधिकार हनन का मामला बताते हुए अध्यक्ष से इस पर चर्चा करने के लिए कहा ..इस पर अध्यक्ष जी ने साफ इनकार कर दिया और प्रशनकाल शुरू करने की बात कही इस पर विपक्षी दल ने जोर से हंगामा शुरू कर दिया इसी बीच अध्यक्ष ने चौधरी राकेश सिंह को आधा मिनट बोलने का समय दिया और कहा की इसके बाद प्रशन काल चलेगा लेकिन फिर भी शोर शराबा चलता रहा ..इसके पूर्व सदन की कार्रवाई दो बार १५-१५ मिनट के लिए स्थगित कर दी गई और साढे ग्यारह बजे इस मुद्दे पर दोनों पक्षों को बोलने का मौका दिया ..अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ,चौधरी राकेश,आरिफ अकिल,डा गोविन्द सिंह ,रामनिवास रावत गोविन्द सिंह राजपूत ,नर्मदा प्रसाद प्रजापति को बोलने का मौका दिया ...विपक्षी सदस्यों ने संसदीय प्रक्रियाओं की पुस्तकों और नियमो का हवाला देते हुए कहा की विधान सभा का पूरा परिसर अध्यक्ष का कार्य क्षेत्र है जहाँ किसी भी सदस्य के खिलाफ बिना अध्यक्ष की अनुमति कोई पुलिस कार्रवाई नहीं हो सकती...सुश्री परुलेकर ने प्रेस वार्ता कक्ष में जो फोटो दिखाए थे वो भी विधानसभा परिसर में आता है ...अतएव वहाँ के किसी भी कार्य या बात पर पुलिस कार्रवाई नहीं की जा सकती,नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा यदि कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाती तो सु श्री परुलेकरके खिलाफ ये कार्रवाई नहीं की जाती दूसरी और सत्ता पक्ष की और से संसदीय मंत्री नरोत्तम मिश्रा कैलाश विजयवर्गीय अजय बिश्नोई ,गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने इसे सदन के बहार की कार्रवाई कहते और मानते हुए पुलिस कार्रवाई को उचित ठहराया .और जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ ..विपक्षी आरिफ अकिल ने आसंदी से अनुरोध किया की उन्होंने कल्पना जी केमामले विशेषा धिकार हनन की सूचना दी है और इस पर चर्चा करना चाहतें हेँ अध्यक्ष रोहानी जी ने कहा की अभी प्रश्नकाल है और इस मामले पर बाद में व्यवस्था दी जायेगी ...इसी बीच संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने चर्चा कराये जाने बाबत घोर आपत्ति जताई और कहा की इस तरह के मामले सदन में नहीं होना चाहिए क्योंकि कल्पना जी ने अपराध किया है और यह मामला अब न्यायलय के आधीन है इस पर चर्चा नहीं होना चाहिए .संसदीय मंत्री की आपत्ति पर विपक्ष ने फिर जम कर हंगामा किया नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह चुपचाप अपनी जगह बैठे रहे ...तब अध्यक्ष ने विपक्ष से पूछा की क्या नियमो को शिथिल करते करते हुए प्रश्नकाल के बीच में ही चर्चा होनी चाहिए .संसदीय मंत्री ने फिर आपत्ति दर्ज की ...उपनेता चौधरी राकेशसिंह ने कहा की सवाल किसी विधायक के किसी पार्टी का नहीं वरन सवाल सदन के एक सदस्य का है जिस तरह से परुलेकर को जेल में रखा गया है उससे विधायक की गरिमा पर आंच आई है ....अध्यक्ष के अनुरोध के बावजूद जब सदन में शांति नहीं हुई तो तो सदन की कार्रवाई को दूसरे दिन तक के लिए स्थगित कर दिया गया...